नमस्ते

आजकल के व्यस्त जीवन में बच्चों को कहानियां सुनानेके लिए वक्त नहीं मिलता. कहानियोंके द्वारा बच्चोंके मन पर संस्कार तो होते ही हैं उनका भाषा ज्ञान भी बढ़ता हैं. इसलिए यह छोटासा प्रयास हैं. रोज रात को एक कहानी बच्चे अवश्य सुने.